रावण दहन के साथ शांतिपूर्वक संपन्न हुआ दुर्गा पूजा का त्यौहार

रावण दहन  के साथ शांतिपूर्वक संपन्न हुआ दुर्गा पूजा का त्यौहार 



(रिपोर्ट - मदन मोहन/नौगढ़/चंदौली)




नौगढ़ क्षेत्र के सभी स्थानो पर विजय दशमी का त्यौहार सकुशल सम्पन्न हुआ साथ ही क्षेत्र के तिवारी पुर बजार में प्रतिकात्मक रावण दहन किया गया रावण दहन के समय कई हजारों की भीड़ इकट्ठा हो हो गई इस मौके पर उप जिला अधिकारी नवगढ़ विकास मित्तल और क्षेत्राधिकारी  नामेंद्र कुमार रावत सहित सुरक्षा बल मुस्तैद रहा, और आयोजनकर्ता के द्वारा शान्ति व्यवस्था के लिए वालेन्टियर, तैनात किए गए थे। सभी कमेटी के लोग शामिल रहे। इसमें हिन्दू भाईयों के साथ  मुसलमान भाई का भी सरहनीय योगदान दिए तथा इस आयोजन में बढ चढ कर हिस्सा लेकर कार्य किए। कमेटी की अध्यक्षता कर रहे अभिमन्यु प्रजापति ने टीम कि ओर से उपस्थित उपजिलाधिकारी, क्षेत्राधिकारी, सहित सुरक्षा में लगे प्रशासन के सभी लोगों को माल्यार्पण कर स्मृति चिन्ह् भेट करते हुए स्वागत किए। इस अवसर पर  जिला पंचायत सदस्य अजाद अंसारी, ग्राम प्रधान बरहक अली त्योहार के बारे में चर्चा की, रामजियावन सिंह यादव (भावी जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशी) ने पर्व के बारे में बताया कि रावण दहन दशहरा (विजयादशमी) पर्व का एक प्रमुख हिस्सा है, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।

महत्व

यह पर्व हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। यह अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान राम ने लंकापति रावण का वध किया था, क्योंकि रावण ने उनकी पत्नी सीता का हरण किया था। इस विजय के उपलक्ष्य में, प्रतिवर्ष दशहरे पर रावण, उसके भाई कुंभकर्ण, और पुत्र मेघनाद के विशाल पुतले बनाकर जलाए जाते हैं।

परंपरा

रावण दहन के पहले कई स्थानों पर रामलीला का मंचन किया जाता है, जिसमें भगवान राम के जीवन की कथा और रावण वध की घटना को दर्शाया जाता है। प्रदोष काल में, राम का रूप धारण किए कलाकार द्वारा अग्निबाण से इन पुतलों को जलाया जाता है। पुतलों में पटाखे भरे होते हैं, जो दहन के समय बड़े शोर और आतिशबाजी के साथ फूटते हैं।

संदेश

रावण दहन का उद्देश्य केवल एक पौराणिक घटना को याद करना नहीं है, बल्कि यह प्रतीकात्मक रूप से यह संदेश देता है कि अहंकार, क्रोध, लोभ, और अन्याय जैसी आंतरिक बुराइयों का भी अंत होना चाहिए। यह पर्व लोगों को धर्म, सत्य और न्याय के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता है, तथा विजय, शक्ति और उल्लास का प्रतीक है। इस आयोजन में प्रमुख रूप से कमेटी के अध्यक्ष लाल साहब सुरेश कुमार मीर हमजा गणेश बाबा विजय कुमार सहित समस्त कमेटी के सदस्य पदाधिकारी गण उपस्थित रहे

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